Thursday 1 December 2011

samachar visfot decembar 2011

भारत को बांटने के फिराक में चीन
विद्रोही गुटों को साथ लाने की रणनीति
सुभाष कार्तिकेय/नई दिल्ली
प्रमुख पड़ोसी तेश हमें तोड़ने की जुगत में है। वह नहीं चाहता है कि भारत उससे आगे निकले। चीन न केवल पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय विद्रोही गुटों की गतिविधियों में रुचि ले रहा है, बल्कि उनके मामलों में दखलंदाजी भी कर रहा है। वह इन गुटों को हथियार की आपूर्ति भी कर रहा है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन चीन की गतिविधियों को लेकर बेहद चिंतित हैं। पिछले दिनों उन्होंने वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों की एक अहम बैठक में इस मुद्दे पर बात भी की थी। गृह मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेज में दर्ज इस बातचीत के मुताबिक, मेनन ने कहा कि चीन की गतिविधियां आने वाले दिनों में भारत की सुरक्षा पर विपरीत असर डाल सकती हैं। गत जुलाई में मणिपुर के 7 मैइती विद्रोही गुटों ने नगा विद्रोही गुट एनएससीएन (के) की मदद से संयुक्त मोर्चा गठित किया था। चीन लंबे समय से ऐसे मोर्चे की वकालत कर रहा था। दस्तावेज के मुताबिक, बांग्लादेश सरकार की ओर से अपनी जमीन पर सक्रिय भारत विरोधी गुटों के खिलाफ कार्रवाई के बाद चीन के लिए इन गुटों से संपर्क आसान हो गया है। बांग्लादेश से ये गुट म्यांमार चले गए हैं। म्यांमार में सारे भारत विरोधी गुट एक जगह पर हैं। चीन इनसे संपर्क में है और उन्हें हर संभव मदद भी दे रहा है।
यह भी खबर है कि हाल में चीनी इंटेलिजेंस अधिकारी आईएसआई अधिकारियों के साथ इस इलाके में भी गए थे। दस्तावेज के मुताबिक ,म्यांमार में अल्फा सहित नगा और मैइती विद्रोही गुट शिविर चला रहे हैं। नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड (एनडीएफबी ) का एक गुट और मणिपुर के विद्रोही गुट नेपाल में भी शरण लिए हुए हैं। चीनी एजेंसियां इनसे संपर्क में हैं। प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) अब असम में भी जाल फैलाने की कोशिश कर रही है। देश की लगभग 40 प्रतिशत आबादी को प्रभावित कर रहे नक्सली ऊपरी असम के इलाकों में पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। नक्सलियों ने इस इलाके में अपनी जड़ें जमा लीं , तो उनको देश के बाहर से मदद मिलना आसान हो जाएगा। सरकार के साथ शांति वार्ता का विरोध कर रहा अल्फा का परेश बरुआ गुट भी अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। उसे भी सीमा पार से मदद मिल रही है। सूत्रों के मुताबिक चीन पूर्वोत्तर के उन विद्रोही गुटों को एकजुट करने की कोशिश कर रहा है , जो फिलहाल सरकार के साथ शांतिवार्ता के पक्षधर नहीं हैं। इनमें असम सहित 7 राज्यों के विद्रोही गुट शामिल हैं। 

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अपाहिज बेटी को बोझ बताकर दलाल को बेचा
मुंबई।
मुंबई में मां-बाप ने 14 साल की अपनी अपाहिज बेटी की परवरिश में नाकाम रहने पर उसे एक दलाल को बेचकर सेक्स रैकेट में धकेल दिया। मुंबई पुलिस ने इस सेक्स रैकेट का पदार्फाश कर इस लड़की को मुक्त कराया। इस लड़की के पैर खराब हैं। वह होश संभालने से लेकर अब तक वीलचेयर पर ही रहती है। कुछ महीने पहले उत्तर प्रदेश के  रहने वाले दंपती ने अपनी बेटी को 10 हजार रुपये में दलाल को बेच दिया था। लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता उसे बोझ समझते थे। उन्हें लगता था कि उसकी शादी नहीं हो पाएगी।
मुंबई पुलिस के एसीपी वसंत धोबले को इस सेक्स रैकेट के बारे में सूचना मिली थी। पुलिस के पास खबर थी कि एयरपोर्ट के बाहर आॅटो वाले 350 से 500 रुपये में ग्राहकों को होटेल में ले जाते थे। इन दलालों को इसके लिए एक हजार रुपये मिलते थे। एयरपोर्ट पर एक पुलिस अधिकारी नकली ग्राहक बनकर आॅटो ड्राइवर से किसी होटेल पर चलने को कहा। ड्राइवर ने रास्ते में बताया कि वह उनको ऐसे होटेल पर ले चलेगा जहां रात को भी उनकी खूब खातिरदारी होगी। वह उसे अंधेरी ईस्ट के कुमड़िया रेजिडेंस होटेल ले गया।
अधिकारी को कमरे में इंतजार करने को कहा गया और कुछ देर बाद 4 नाबालिग लड़कियों को सामने खड़ा कर दिया गया। अधिकारी यह देखकर दंग रह गया कि उनमें से एक लड़की अपाहिज थी। लड़की की उम्र के हिसाब से 2 हजार से 10 हजार रुपये की मांग की गई। पुलिस अधिकारी के इशारे पर पुलिस ने छापा मार दिया। पुलिस ने मैनेजर, होटेल के कर्मचारियों और दलाल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लड़की को भी मुक्त करा लिया। पुलिस का कहना है कि लड़की का क्या होगा वह नहीं जानते। वह अपने घर नहीं जाना चाहती है। 

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नेत्रहीनों ने किया नेत्रहीन के साथ बलात्कार
कल्याण (मुंबई)।
अपनी बीबी को जिस दोस्त के भरोसे छोड़कर नेत्रहीन शिवनाथ गांव गया था , उसी दोस्त ने उसकी नेत्रहीन बीबी शिल्पा (बदला नाम) की अस्मत को तार-तार कर दिया। मानवता को शर्मसार करती यह घटना अंबरनाथ की है। हैरानी की बात तो यह है कि दुष्कर्म की इस घटना में शामिल दोनों आरोपी भी नेत्रहीन हैं।
दरअसल , शिवनाथ ने गांव जाते समय शिल्पा का ध्यान रखने की जिम्मेदारी अपने चेन बेचने वाले दोस्त अशोक यादव और महेश यादव को दी थी, ताकि उसकी बीबी को कोई दिक्कत ना हो। पुलिस के अनुसार, 27 अक्टूबर की शाम महेश ने सिम कार्ड ऐक्टिवेट कराने के बहाने शिल्पा को बुलाया और अपने दोस्त अशोक के साथ मिलकर शिल्पा का बलात्कार किया। गुरुवार को जब शिवनाथ गांव से वापस आया, तो शिल्पा ने उसे आपबीती सुनाई। इसके बाद दोनों ने कोलसेवाड़ी थाना जाकर अशोक और महेश के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। 
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